Health News: आंख फडकना शुभ-अशुभ का संकेत है या कोई गंभीर बीमारी है? यहा जानिए पूरी न्यू़ज
Health News: इंसान की आंख फड़कना एक आम चीज है, मगर कभी-कभी यह एक बीमारी भी होती है| जी हां इसमें आपको डॉक्टर से जांच कराने की भी जरूरत पड़ सकती है|
Health Tips in Hindi: हमारे शरीर का हर एक अंग बेहद महत्वपूर्ण हैं| खासकर उससे होने वाली छोटी-छोटी एक्टिविटी भी वहीं कई देशों में शारीरिक अंगों में होने वाली हर गतिविधि के कई अन्य अर्थ भी निकाले जाते हैं| जैसे हमारी आंखों का फड़कना यह प्रकिया भी इन्हीं में से एक है| ऐसा माना जाता है कि दाएं और बाएं आंख का फड़कना शुभ और अशुभ का संकेत देती हैं| लड़का और लड़की के मामले में भी इनके अलग मतलब निकाले जाते हैं| मतलब लड़के की दाईं आंख फड़कना शुभ और लड़की की अशुभ मानी जाती है| उसी तरह लड़के की बाईं आंख फड़कना अशुभ और लड़की की शुभ मानी जाती है| topswasthya.blogspot.com
ये तो बात हुई मान्यता के नजरिए से मगर क्या आपने कभी इसके वास्तविक कारण को समझने की कोशिश की है? अगर नहीं तो आज जान लीजिए| इससे पहले आप इस बात पर ध्यान दें कि इंसान की आंख फड़कना नेचुरल है| मगर, कभी-कभी यह बीमारी भी होती है| जी हां, इसमें आपको डॉक्टर से जांच कराने की भी जरूरत पड़ सकती है| आइए जानते हैं कि आखिर डॉक्टर के पास जाने की जरूरत कब पड़ती है| इसे हम मेडिकल की परिभाषा में तीन तरीके से समझेंगे क्योंकि, इसकी तीन अलग-अलग स्थिति होती हैं|
दरअसल, पलक की मांसपेशियों में ऐंठन की वजह से किसी इंसान की आंख तीन स्थिति में फड़कती है| पहला ये मायोकेमिया मांशपेशियों की सामान्य सिकुड़न के कारण होता है, जिससे आंख की नीचे वाली पलक पर असर पड़ता है| इसके बाद बेहद गंभीर कंडीशन होती है, जिसे ब्लेफेरोस्पाज्म और हेमीफेशियलस्पाज्म कहा जाता है| तीसरी स्टेज में ब्रेन या नर्व डिसऑर्डर की प्रॉब्लम होती है. नॉर्मल डाइट और रूटीन का भी आपकी आंखों पर असर पड़ता है| ऐसे में अपनी डाइट का ध्यान रखें|
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